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शुक्रवार, 17 मई 2019

धार्मिक प्रश्नोत्तरी

1. गुण और पर्यायों का जो आधार है, वह क्या है ?

उत्तर- द्रव्य ( गुण पर्यायाश्रयो द्रव्यं) 

2. वस्तु के निरंतर साथ रहने वाले धर्म को क्या कहते हैं ?

उत्तर- गुण ( सहभावी धर्मोंगुणः)  

3. गुण के दो प्रकार कौन-से हैं ?

उत्तर- सामान्य गुण और विशेष गुण। 

4. वस्तु के विसदृश को कौन-सा सा गुण कहते हैं ?

उत्तर- विशेष गुण। 

5. वस्तु के सदृश पर्याय को कौन-सा गुण कहते हैं ?

उत्तर- सामान्य गुण। 

6. वस्तु की परिवर्तनशील अवस्था को क्या कहते हैं ?

उत्तर- पर्याय। 

7. द्रव्य के कितने भेद हैं ?

उत्तर- 6 भेद। 

धर्मास्तिकाय, अधर्मास्तिकाय, आकाशास्तिकाय, कालद्रव्य, जीवास्तिकाय, पुद्गलास्तिकाय ।

8. वस्तु के स्वभाव को क्या कहते हैं  ?

उत्तर- धर्म। 

9. प्रदेशों के समूह को क्या कहते हैं ?

उत्तर- अस्तिकाय। 

अस्ति का अर्थ है - 'प्रदेश' । काय का अर्थ है - 'समूह' ।

10. जो प्रदेशों का समूह भूतकाल में था वर्तमान काल में है और भविष्यत् काल में रहेगा इस कारण से अस्तिकाय को क्या कहा जाता है ?

उत्तर- अस्तिकाय। 

11. अस्तिकाय कितने हैं ?

उत्तर- 5

धर्म, अधर्म, आकाश, जीव, पुद्गल ।

12. सब तत्त्वों में पहले कौन-सा अस्तिकाय कहा गया है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय। 

'धर्मास्तिकाय' के प्रारंभ में धर्म शब्द आया है 'धर्म' शब्द मंगल सूचक है, इसलिए सब तत्त्वों में पहले धर्मास्तिकाय कहा गया है ।

13. धर्मास्तिकाय के पश्चात् अधर्मास्तिकाय क्यों कहा गया है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय का विपरीत अधर्मास्तिकाय है । इसलिये धर्मास्तिकाय के बाद अधर्मास्तिकाय कहा गया है ।

14. धर्मास्तिकाय और अधर्मास्तिकाय के बाद आकाशास्तिकाय क्यों कहा गया है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय और अधर्मास्तिकाय, इन दोनों के लिए आकाशास्तिकाय आधार रूप है, इसलिए इन दोनों के बाद आकाशास्तिकाय कहा गया है ।

15. आकाशास्तिकाय के बाद जीवास्तिकाय क्यों कहा गया है ?

उत्तर- आकाश, अनंत और अमूर्त्त है तथा जीव भी अनंत और अमूर्त्त है । इस प्रकार इन दोनों तत्त्वों की समानता होने से आकाशास्तिकाय के बाद चौथा तत्त्व जीवास्तिकाय कहा गया है ।

16. जीवास्तिकाय के बाद पुद्गलास्तिकाय क्यों कहा गया है ?

उत्तर- जीव तत्त्व के उपयोग में 'पुद्गल तत्त्व' आता है । इसलिये जीवास्तिकाय के बाद पुद्गलास्तिकाय कहा गया है ।

17. धर्मास्तिकाय के कितने भेद हैं ?

उत्तर- तीन भेद हैं ।

स्कंध, देश, प्रदेश ।

18. धर्मास्तिकाय की पहचान कितने प्रकार से होती है ?

उत्तर- पाँच प्रकार से ।

19. धर्मास्तिकाय की पहचान कराने वाले पाँच बोल कौन-से हैं ?

उत्तर- द्रव्य, क्षेत्र, काल, भाव और गुण । 

20. द्रव्य से धर्मास्तिकाय कितना है ?

उत्तर- द्रव्य से धर्मास्तिकाय एक अखण्ड द्रव्य है ।

21. धर्मास्तिकाय कितने क्षेत्र में विस्तृत है ?

उत्तर- संपूर्ण लोक में। 

22. धर्मास्तिकाय का प्रभाव कब तक रहेगा ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय का प्रभाव अनादिकाल से है और अनंतकाल तक रहेगा ।

23. धर्मास्तिकाय कौन-सी इकाई है ?

उत्तर- अखंड अविभाज्य इकाई है ।

24. धर्मास्तिकाय में पाँच वर्ण में से कितने वर्ण पाये जाते हैं ?

उत्तर- एक भी नहीं ।

25. धर्मास्तिकाय में दो गंध में से कितनी गंध पायी जाती है ?

उत्तर- एक भी नहीं ।

26. धर्मास्तिकाय रूपी है या अरूपी है ?

उत्तर- अरूपी है ।

27. धर्मास्तिकाय जीव है या अजीव है ?

उत्तर- अजीव है ।

28. धर्मास्तिकाय शाश्वत है या अशाश्वत है ?

उत्तर- शाश्वत है ।

29. धर्मास्तिकाय लोकव्यापी है या अलोकव्यापी है ?

उत्तर- लोकव्यापी है ।

30. धर्मास्तिकाय के कितने प्रदेश है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय असंख्यात प्रदेशी है ।

31. धर्मास्तिकाय का गुण क्या  है ?

उत्तर- चलन गुण। 

पानी में मछली का दृष्टांत । जैसे - पानी के आधार से मछली चलती है, वैसे ही जीव और पुद्गल धर्मास्तिकाय के आधार से गति करते हैं ।

32. धर्मास्तिकाय द्रव्य को अनन्य सहायक क्यों कहा गया है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय द्रव्य के बिना जीव और पुद्गल गति नहीं कर सकते, इसलिए वह अनन्य सहायक कहा गया है ।

33. नयनों की पलक गिरने में कौन-सा द्रव्य सहायक होता है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय द्रव्य। 

34. मन के चंचल होने में कौन-सा द्रव्य सहायक होता है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय द्रव्य

35. चलने में कौन-सा द्रव्य सहायक होता है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय द्रव्य। 

36. कबूतर किस द्रव्य के आधार से आकाश में उड़ता है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय द्रव्य के आधार से

37. बिल्ली किस द्रव्य के आधार पर फुदकती है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय द्रव्य के आधार से ।

38. प्लेन किस आधार से आकाश में गति करता है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय द्रव्य के आधार से ।

39. सूर्य चंद्र के विमान किस द्रव्य के आधार से सुमेरु पर्वत के चक्कर लगाते है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय द्रव्य के आधार से ।

40. मनुष्य किस द्रव्य की सहायता से नदी में तैरता है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय द्रव्य की सहायता से ।

41.  देवता किस द्रव्य की सहायता से मनुष्य लोक में आते हैं ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय द्रव्य की सहायता से ।

42. बस, कार जीप किस द्रव्य की सहायता से चलते हैं ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय के आधार से ।

43. मोबाइल की आवाज किस द्रव्य की सहायता से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचती है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय के आधार से ।

44. कोई महाऋद्धिवंत देव लोकान्त पर स्थिर होकर अलोक में अपने हाथ-पैर फैला सकता है?

उत्तर- नहीं फैला सकते ।

45. महिऋद्धिवंत देव अलोक में हाथ-पैर क्यों नहीं फैला सकता है ?

उत्तर- क्योंकि धर्मास्तिकाय वहाँ नहीं है ।

46. चमरेन्द्र प्रथम देवलोक में किस द्रव्य की सहायता से गये ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय की सहायता से ।

47. गति के लिए निमित्त कारण क्या है ?

उत्तर - जिस प्रकार मछली की गति के लिए जल निमित्त कारण है, उसी तरह जीव और पुद्गलों की गति में जो आपेक्षित कारण है, निमित्त कारण है, वह धर्मास्तिकाय है ।

48. क्या केवली भगवान के केवली समुद्घात करते समय उनके आत्म प्रदेश लोक से बाहर जा सकते हैं ?

उत्तर- नहीं, क्योंकि लोक के बाहर धर्मास्तिकाय, अधर्मास्तिकाय नहीं है ।

49. घड़ी किस द्रव्य की सहायता से टाईम दिखाती है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय की सहायता से ।

50. मंदिर की ध्वजा किस द्रव्य की सहायता से लहराती है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय की सहायता से ।

51. गति, शक्ति धर्मास्तिकाय में विद्यमान है या जीव और पुद्गल में?

उत्तर- गति, शक्ति जीव और पुद्गल में हैं, धर्मास्तिकाय में नहीं ।

52. मनुष्य स्त्री किस द्रव्य की सहायता से चलती है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय की सहायता से ।

53. स्त्रियाँ किस द्रव्य की सहायता से नृत्य गान करती है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय की सहायता से ।

54. गति परिणत जीवों और पुद्गलों को गति करने में कौन-सा द्रव्य सहायक होता है व कैसे होता है ?

उत्तर- स्वभावतः गति परिणत जीवों और पुद्गलों को गति करने में सहायता करने वाला द्रव्य धर्मास्तिकाय है । जिस प्रकार मछली को तैरने में जल सहायक है, अथवा वृद्ध पुरुष को चलने में दण्ड सहायक होता है । इसी तरह जीवों और पुद्गलों की गति क्रिया में निमित्त होने वाला द्रव्य धर्मास्तिकाय में नहीं ।

55. दूसरा द्रव्य कौन-सा है ?

उत्तर- अधर्मास्तिकाय। 

56. अधर्मास्तिकाय किसे कहते हैं ?

उत्तर- जीव और पुद्गलों की स्थिति में सहायक होने तत्त्व अधर्मास्तिकाय कहलाता है ।

57. अधर्मास्तिकाय स्थिति में सहायक कैसे होता है ?

उत्तर- जैसे वृक्ष की छाया पथिक के लिये ठहरने में निमित्त कारण होती है, इसी तरह अधर्मास्तिकाय जीव और पुद्गलों की स्थिति में सहायक होता है । अधर्मास्तिकाय स्थिति में प्रेरक नहीं है, अपितु उपकारक सहायक मात्र है ।

58. अधर्मास्तिकाय कौन-सी इकाई है ?

उत्तर- धर्मास्तिकाय की तरह यह एक अखंड अविभाज्य इकाई है ।

59. अधर्मास्तिकाय के कितने भेद हैं ?

उत्तर- 3

स्कंध, देश, प्रदेश।

60- स्कंध किसे कहते हैं ?

उत्तर- अनेक देश का समूह स्कंध कहलाता है ।

61- देश किसे कहते हैं ?

उत्तर- अनेक प्रदेश मिलकर देश कहलाते हैं ।

62- प्रदेश किसे कहते हैं ?

उत्तर- वह सूक्ष्म भाग प्रदेश कहलाता है जिसके दूसरे भाग की कल्पना भी ना की जा सके और जो स्कंध द्रव्य के साथ अवयव रूप से मिला हुआ हो ।

63- अधर्मास्तिकाय की पहचान कितने बोलों से होती है ?

उत्तर- पाँच बोलों से ।

 द्रव्य, क्षेत्र, काल, भाव, गुण ।

64- द्रव्य से अधर्मास्तिकाय कितना हैं ?

उत्तर- एक अखंड द्रव्य है ।

65- क्षेत्र से अधर्मास्तिकाय कितने क्षेत्र में विस्तृत है ?

उत्तर- संपूर्ण लोक में विस्तृत है ।

66- काल से अधर्मास्तिकाय कब से है और कब तक रहेगा ?

उत्तर- अनादि काल पूर्व से है और अनंत काल तक रहेगा ।

67- अधर्मास्तिकाय में 5 वर्ण में से कितने वर्ण पाये जाते हैं ?

उत्तर- एक भी नहीं ।

68- अधर्मास्तिकाय में 2 गंध में से कितने गंध पाये जाते हैं ?

उत्तर- एक भी नहीं ।

69- अधर्मास्तिकाय में 5 रस में से कितने रस पाये जाते हैं ?

उत्तर- एक भी नहीं ।

70- अधर्मास्तिकाय में 8 स्पर्श में से कितने स्पर्श पाये जाते हैं ?

उत्तर- एक भी नहीं ।

71- अधर्मास्तिकाय रूपी है या अरूपी है ?

उत्तर- अरूपी है ।

72- अधर्मास्तिकाय जीव है या अजीव है ?

उत्तर- अजीव है ।

73- अधर्मास्तिकाय शाश्वत है या अशाश्वत है ?

उत्तर- शाश्वत है ।

74- अधर्मास्तिकाय के कितने प्रदेश है ?

उत्तर- असंख्यात प्रदेशी ।

75- अधर्मास्तिकाय का गुण क्या है ?

उत्तर- अधर्मास्तिकाय स्थिति गुण वाला है अर्थात् स्थिति परिणाम वाले जीव और पुद्गलों की स्थिति में सहायक होता है । जैसे - विश्राम चाहने वाले थके हुये पथिक के ठहरने में छायादार वृक्ष सहायक होता है ।

76- सिद्ध  भगवान किस द्रव्य के आधार से लोकाग्र पर ठहरते है ?

उत्तर- अधर्मास्तिकाय के आधार से। 

77- देव विमान अलोक में ठहर सकते हैं ?

उत्तर- नहीं ठहर सकते ।

78- देव विमान अलोक में क्यों नहीं ठहर सकते ?

उत्तर- क्योंकि वहाँ अधर्मास्तिकाय नहीं है ।

79- वृक्ष की छाँव में बैठकर प्राणी किस द्रव्य के आधार पर विश्राम करता है ?

उत्तर- अधर्मास्तिकाय के आधार से ।

80- थके हुये प्राणी को विश्राम कौन-सा द्रव्य कराता है ?

उत्तर- अधर्मास्तिकाय। 

81- रूकने में कौन-सा द्रव्य सहायक है ?

उत्तर- अधर्मास्तिकाय.

82- वर्तमान में वैज्ञानिकों द्वारा मान्य गुरुत्वाकर्षण की व्याख्या जैन दर्शन में किससे मिलती है ?

उत्तर- अधर्म द्रव्य से ।

83- आइन्सटीन ने गुरुत्वाकर्षण का स्वरूप क्या बताया ?

उत्तर- निष्क्रिय, अदृश्य और आकार रहित है । पदार्थों के स्थिर होने में सहायक या उपकारी कारण अथवा माध्यम बताया है ।

84- आकाश किसे कहते हैं ?

उत्तर- जीव और पुद्गलों को अवगाह देने वाले द्रव्य को आकाश कहते हैं ।

85- आकाशास्तिकाय किसे कहते हैं ?

उत्तर- सबको आश्रय देने वाले द्रव्य को आकाशास्तिकाय कहते हैं ।

86- आकाशास्तिकाय के दो कौन-से हैं ?

उत्तर- लोकाकाश और अलोकाकाश ।

87- जहाँ आकाश ही आकाश है और द्रव्य नहीं है, वह क्या कहलाता है ?

उत्तर- अलोकाकाश।

88- जिस आकाश खंड में धर्म, अधर्म, आकाश, पुद्गल और जीव पंचास्तिकाय विद्यमान है, वह क्या कहलाता है ?

उत्तर- लोकाकाश।

89- कौन-सा द्रव्य संपूर्ण लोकाकाश में स्थित है ?

उत्तर- धर्म और अधर्म - ये दोनों अस्तिकाय ऐसे अखण्ड स्कंध हैं, जो संपूर्ण लोकाकाश में स्थित है ।

90- लोक अलोक भागों की कल्पना कौन से द्रव्यों के संबंध के कारण है ?

उत्तर- वस्तुतः अखंड आकाश के लोक अलोक भागों की कल्पना भी धर्म-अधर्म द्रव्यों के संबंध के कारण ही है । जहाँ धर्म-अधर्म द्रव्यों का संबंध न हो वह अलोक और जहाँ इनका संबंध हो वह लोक है ।

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