Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

रविवार, 29 मार्च 2020

GURU GOUTAM SWAMI EKTISA, श्री गौतम इकतीसा

GURU GOUTAM SWAMI EKTISA, 

श्री गौतम इकतीसा
-दोहा-
गुरु गौतम स्वामी नमो, जपो सदा दिन रात।
गुरु गौतम के नाम से, निशि में होय प्रभात
चौपाई
गुरुवर गौतम लब्धि निधाना। सुमिरत पावत संपत्ति नाना1
वीर प्रभु के शिष्य उदारी। सकल संघ के हैं उपकारी2
चमत्कार संयुत गुरुनामा। जाप जपो नित आठों यामा3
मेरे मन में गौतमस्वामी। रोम रोम में गौतमस्वामी4
नित उठ वंदूं गौतमस्वामी। जय हो जय हो गौतमस्वामी5
श्रमण शिरोमणि गौतमस्वामी। ऊँ ह्रीँ  अहम् गौतमस्वामी6
गौतम नाम अनंत विभूषित। ध्यान धरो निज आतम के हित7
जाप जपत दुःख दिन फिर जावे। दुःख में सुख की बदली आवे8
वीर प्रभु के पहले गणधर। परम लाडले पहले मुनिवर9
गुव्वर की माटी का हीरा। उसे तराशे श्री महावीरा10

कितना मेरा भाग्य सवाया। गौतम हीरा कर में आया11
छठ-छठ तप के परम तपस्वी। सकल जहाँ में परम यशस्वी12
कर जोडी चरणों में वंदन। ताप हरो बरसाओ चंदन13
मैं दुखियारा शरणे आया। स्वीकारो गौतम गुरु राया14
सहस सूर्य सम दिव्य प्रकाशा। अन्तर का अंधियारा नाशा15
तम दर्शन की है अभिलाषा। शरणे आया लेकर आशा16
इन्द्रभूति का मंत्र महाना। खेल-खेल में देते ज्ञाना17
हाथ रखा गुरु ने जिस सिर पर। वही हो गया सर्व विरति धर18
शिष्य हुए सब केवलज्ञानी। गौतम गुरु है अवढरदानी19
चाह नहीं केवल की मन में। मस्त हुए प्रभु के चरणन में20
शुरू करना हो अभिनवकामा। सुमरो मन में गौतम नामा21
पावत निश्चय अमरित सिद्धि। चरणों में आलोटे ऋद्धि22
अमरित निवसे कर अंगूठे। गुरु गौतम बादल जिम वूठे23
अन्तर का मेटो अंधियारा। जीवन ज्योत भरो उजियारा24
सदा सहारा मुझको तेरा। हाथ पकड़ लो गुरुवर मेरा25
जय गुरु गौतम-जय गुरु गौतम। मेरे प्रभु मेरे परमातम26
जो गुरुवर का जाप करेगा। मनवांछित सुख शांति लहेगा27
-दोहा-
हे गौतम गुरुवर सुनो, अन्तर चित्त पुकार।
किरपा कर देना प्रभो, अक्षय सुख भंडार28
सुबह-शाम जो नित करे, इकतीसे का पाठ।
तस नर की नैया लहे, वर शिवपुर का घाट29
जीवन में मुझको सदा, तेरा ही आधार
भाव संपदा दीजिये, करो सपन साकार30
संघ स्थापना दिवस को, लिखा छन्द सुखकार
"कान्ति मणिप्रभ" नित करे, गुरु गौतम जयकार31
GURU GOUTAM SWAMI EKTISA, JAIN GOUTAM SWAMI PATH, GOUTAM SWAMI STOTRA, GOUTAM SWAMI STOTRA, 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें